प्रेरणा शायरी, स्टूडेंट स्टेटस और स्केूेंट के लिए मजेदार शायरी | Motivation Shayari, Student Status and Funny Shayari for student in Hindi
विद्यार्थी जीवन व्यक्ति के जीवन के यादगार चरणों में से एक होता है. छात्र जीवन का चरण हमारे जीवन की नींव बनाता है. विद्यार्थी जीवन में हम केवल किताबों से ही नहीं सीखते हैं. हम भावनात्मक, शारीरिक, दार्शनिक और सामाजिक रूप से विकसित होना सीखते हैं. एक विद्यार्थी का जीवन काफी सुखद माना जाता है क्योंकी विद्यार्थी जीवन में संघर्ष नहीं करना पड़ता है. स्टूडेंट लाइफ पर स्टेटस और शायरियाँ.
धार के विपरीत जाकर देखिये,
जिन्दगी को आजमा कर देखिये,
आंधियाँ खुद मोड़ लेंगी रास्ता,
एक दीपक तो जला कर देखिये
अभी तो असली मंजिल पाना बाकी है,
अभी तो इरादों का इम्तिहान बाकी है,
अभी तो तोली है मुट्ठी भर जमीन,
अभी तोलना सारा आसमान बाकी है
नज़र-नज़र में उतरना कमाल होता है,
नफ़स-नफ़स में बिखरना कमाल होता है,
बुलंदियों पे पहुँचना कोई कमाल नहीं,
बुलंदियों पे ठहरना कमाल होता है
आज बादलों ने फिर साजिश की,
जहाँ मेरा घर था वहीं बारिश की,
अगर फलक को जिद है बिजलियाँ गिराने की,
तो हमें भी जिद है वहीं पर आशियाँ बसाने की
मुश्किलों से भाग जाना आसान होता है,
हर पहलू जिंदगी का इम्तिहान होता है,
डरने वालों को मिलता नहीं कुछ ज़िदगी में,
लड़ने वालों के कदमों में जहान होता है
ना पूछो कि मेरी मंजिल कहाँ है,
अभी तो सफर का इरादा किया है,
ना हारूंगा हौंसला उम्र भर,
ये मैंने किसी से नहीं खुद से वादा किया है
लाख दलदल हो, पाँव जमाए रखिये,
हाथ खाली ही सही, ऊपर उठाये रखिये,
कौन कहता है छलनी में, पानी रूक नही सकता,
बर्फ बन्ने तक, हौसला बनाये रखिये
जो मुस्कुरा रहा है उसे दर्द ने पाला होगा,
जो चल रहा है उसके पाँव में छाला होगा,
बिना संघर्ष के इन्सान चमक नही सकता,
जो जलेगा उसी दिये में तो उजाला होगा
डर मुझे भी लगा फ़ासला देख कर,
लेकिन मैं बढ़ता गया रास्ता देखकर,
खुद-ब-खुद मेरे नजदीक आती गई,
मेरी मंजिल, मेरा हौसला देखकर
होके मायूस ना आँगन से उखाड़ो ये पौधे,
धूप बरसी है यहाँ तो बारिश भी यही पे होगी
जिन्दगी में सफलता पाने के लिए,
थोड़ा जोखिम उठाना पड़ता है,
सीढ़ियाँ चढ़ते समय ऊपर जाने के लिए,
नीचे की सीढ़ी से पैर हटाना पड़ता है
मंजिल उन्हीं को मिलती हैं,
जिनके सपनों में जान होती हैं,
पंख से कुछ नही होता,
हौसलों से उड़ान होती हैं
जिंदगी में कभी उदास ना होना,
कभी किसी बात पर निराश ना होना,
ये जिंदगी एक संघर्ष है चलती ही रहेगी,
कभी अपने जीने का अंदाज ना खोना
तन्हा बैठकर न देख,
हाथो की लकीर अपनी,
उठ बाँध कमर और लिख दे,
ख़ुद तकदीर अपनी
सफलता एक चुनौती है इसे स्वीकार करो,
क्या कमी रह गई देखो और सुधार करो,
कुछ किए बिना ही जय जयकार नहीं होती,
कोशिश करने वालों की कभी हार नहीं होती
बुझी शमा भी जल सकती हैं,
तूफानों से कश्ती भी निकल सकती हैं,
होके मायूस यूँ ना अपने इरादे बदल,
तेरी किस्मत कभी भी बदल सकती हैं
Student Status
अगर सीखना है दिए से तो जलना नहीं, मुस्कुराना सीखो,
सीखना है सूर्य से तो डूबना नहीं, उठना सीखो,
अगर पहुंचना हो शिखर पर तो राह पर चलना नहीं, राह का निर्माण सीखो
“श्रद्धा” ज्ञान देती हैं,
“नम्रता ” मान देती हैं,
“योग्यता” स्थान देती हैं,
पर तीनो मिल जाए तो,
व्यक्ति को हर जगह “सम्मान” देती हैं
तकदीर के खेल से निराश नहीं होते,
जिंदगी में ऐसे कभी उदास नहीं होते,
हाथों की लकीरों पर क्यों भरोसा करते हो,
तकदीर उनकी भी होती है जिनके हाथ नहीं होते
जब हौसला बना लिया ऊँची उड़ान का,
फिर देखना फ़िजूल है कद आसमान का
निगाहों में मंजिल थी,
गिरे और गिरकर संभलते रहे,
हवाओं ने बहुत कोशिश की,
मगर चिराग आंधियों में भी जलते रहे
ज़िन्दगी जीना आसान नही होता,
बिना संघर्ष के कोई महान नही होता,
जब तक न पड़े हथौड़े की चोट,
पत्थर भी भगवान नही होता
खोल दो पंख मेरे, कहता है परिंदा अभी उड़ान बाकी है,
जमीं नहीं है मंजिल मेरी, अभी पूरा आसमान बाकी है,
लहरों की ख़ामोशी को समंदर की बेवसी मत समझ ऐ नादाँ,
जितनी गहराई अन्दर है, बाहर उतना तूफान बांकी है
ना संघर्ष ना तकलीफ,
तो क्या मजा हैं जीने में,
बड़े-बड़े तूफ़ान थम जाते हैं,
जब आग लगी हो सीने में
कोशिश के बावजूद हो जाती है कभी हार,
होके निराश मत बैठना ऐ यार,
बढ़ते रहना आगे हो जैसा भी मौसम,
पा लेती मंजिल चींटी भी, गिर गिर कर कई बार
मिलेगी परिंदों को मंजिल ये उनके पर बोलते हैं ,
रहते हैं कुछ लोग खामोश लेकिन उनके हुनर बोलते हैं
सामने हो मंजिल तो रास्ते ना मोड़ना,
जो भी मन में हो वो सपना मत तोड़ना,
कदम कदम पर मिलेगी मुश्किल आपको,
बस सितारे छूने के लिए जमीन मत छोड़ना
चारो ओर पढ़ाई का साया हैं,
सारे पेपर में जीरो आया हैं,
हम तो यूँ ही चल देते हैं,
बिना मुह धोये एग्जाम देने और,
दोस्त कहते हैं रात भर पढ़ कर आया हैं
शाम सूरज को ढ़लना सिखाती है,
शमां परवाने को जलना सिखाती है,
गिरने वालों को होती तो है तकलीफ,
पर ठोकर ही इंसान को चलना सिखाती है
संगीत सुनकर ज्ञान नही मिलता,
मंदिर जाकर भगवान नही मिलता,
पत्थर तो इसलिए पूजते हैं लोग,
क्योकि विश्वास के लायक इंसान नही मिलता
कोई भी लक्ष्य बड़ा नहीं,
जीता वही जो डरा नहीं
लाख दलदल हो, पाँव जमाए रखिये,
हाथ खाली ही सही, ऊपर उठाये रखिये,
कौन कहता है छलनी में, पानी रूक नही सकता,
बर्फ बन्ने तक, हौसला बनाये रखिये
डर मुझे भी लगा फ़ासला देख कर,
लेकिन मैं बढ़ता गया रास्ता देखकर,
खुद-ब-खुद मेरे नजदीक आती गई
मेरी मंजिल, मेरा हौसला देखकर
धार के विपरीत जाकर देखिये,
जिन्दगी को आजमा कर देखिये,
आंधियाँ खुद मोड़ लेंगी रास्ता,
एक दीपक तो जला कर देखिये
मंजिल उन्हीं को मिलती हैं,
जिनके सपनों में जान होती हैं,
पंख से कुछ नही होता,
हौसलों से उड़ान होती हैं
तन्हा बैठकर न देख,
हाथो की लकीर अपनी,
उठ बाँध कमर और
लिख दे ख़ुद तकदीर अपनी.
बुझी शमा भी जल सकती हैं,
तूफानों से कश्ती भी निकल सकती हैं,
होक मायूस यूँ ना अपने इरादे बदल,
तेरी किस्मत कभी भी बदल सकती हैं.
“श्रद्धा” ज्ञान देती हैं, “नम्रता ” मान देती हैं,
“योग्यता” स्थान देती हैं,
पर तीनो मिल जाए तो..
व्यक्ति को हर जगह “सम्मान” देती हैं.
ज्ञान का घमंड सबसे बड़ी अज्ञानता हैं,
एवं अज्ञानता की सीमा को जानना ही
सच्चा ज्ञान हैं.
जब हौसला बना लिया ऊँची उड़ान का,
फिर देखना फ़िजूल है कद आसमान का.
ज़िन्दगी जीना आसान नही होता,
बिना संघर्ष के कोई महान नही होता,
जब तक न पड़े हथौड़े की चोट,
पत्थर भी भगवान नही होता.
ना संघर्ष ना तकलीफ,
तो क्या मजा हैं जीने में,
बड़े-बड़े तूफ़ान थम जाते हैं,
जब आग लगी हो सीने में
Motivation Shayari for Student
जो मंजिलों को पाने की चाहत रखते है
वो समुन्द्रों पर भी पत्थरो के पुल बना देते है
“तन्हा बैठकर न देख, हाथो की लकीर अपनी,
उठ बाँध कमर और लिख दे ख़ुद तकदीर अपनी.”
नज़र-नज़र में उतरना कमाल होता है,
नफ़स-नफ़स में बिखरना कमाल होता है,
बुलंदियों पे पहुँचना कोई कमाल नहीं,
बुलंदियों पे ठहरना कमाल होता है
अभी तो असली मंजिल पाना बाकी है
अभी तो इरादों का इम्तिहान बाकी है
अभी तो तौली है मुट्ठी भर जम़ीन
अभी तौलना आसमान बाकी है
मुश्किलों से भाग जाना आसान होता है
हर पहलू जिंदगी का इम्तिहान होता है
डरने वालों को मिलता नहीं कुछ ज़िदगी में
लड़ने वालों के कदमों में जहान होता है
जो मुस्कुरा रहा है उसे दर्द ने पाला होगा,
जो चल रहा है उसके पाँव में छाला होगा,
बिना संघर्ष के इन्सान चमक नही सकता,
जो जलेगा उसी दिये में तो उजाला होगा
मंजिलें उन्ही को मिलती है,
जिनके होंसलों में जान होती है
पंखों से कुछ नहीं होता
होंसलों से उड़ान होती है
जिन्दगी में सफलता पाने के लिए,
थोड़ा जोखिम उठाना पड़ता है,
सीढ़ियाँ चढ़ते समय उपर जाने के लिए,
नीचे की सीढ़ी से पैर हटाना पड़ता है
अगर सीखना है दिए से तो जलना नहीं, मुस्कराना सीखो,
अगर सीखना है सूर्य से तो डूबना नहीं उंगना सीखो
अगर पहुंचना है बुलंदियों पर तो रहा पर चलना नहीं
राह का निर्माण करना सीखो
सपने और लक्ष्य में एक ही अंतर है
सपने के लिए बिना मेहनत की नींद चाहिए
और लक्ष्य के लिए बिना नींद की मेहनत
सफलता एक चुनौती है इसे स्वीकार करो
क्या कमी रह गई देखो और सुधार करो
कुथ किए बिना ही जय जयकार नहीं होती
कोशिश करने वालों की कभी हार नहीं होती
खोल दो पंख मेरे, कहता है परिंदा अभी उड़ान बाकी है,
जमीं नहीं है मंजिल मेरी, अभी पूरा आसमान बाकी है,
लहरों की ख़ामोशी को समंदर की बेवसी मत समझ ऐ नादाँ,
जितनी गहराई अन्दर है, बाहर उतना तूफान बांकी है
जो अपने आप को पढ़ सकता है,
वो दुनिया में कुछ भी सीख सकता है
कोशिश के बावजूद हो जाती है कभी हार
होके निराश मत बैठना मेरे यार
बढ़ते रहना आगे हो जैसा भी मौसम
पा लेती है मंजिल चींटी भी..गिर गिर कर कई बार
शाम सूरज को ढ़लना सिखाती है,
शमां परवाने को जलना सिखाती है,
गिरने वालों को होती तो है तकलीफ,
पर ठोकर ही इंसान को चलना सिखाती है
तकदीर के खेल से निराश नहीं होते,
जिंदगी में ऐसे कभी उदास नहीं होते,
हाथों की लकीरों पर क्यों भरोसा करते हो,
तकदीर उनकी भी होती है जिनके हाथ नहीं होते
नन्ही सी चींटी जब दाना लेकर चलती है,
चढ़ती दीवारों पर सौ बार फिसलती है,
आखिर उसकी मेहनत बेकार नहीं होती,
कोशिश करने वालों की कभी हार नहीं होती
पानी में तस्वीर बना सकते हो तुम,
कलम को शमशेर बना सकते हो तुम
कायर हैं जो तकदीर पे रोते हैं,
चैसी चाहो वैसी तकदीर बना सकते हो तुम
चलता रहूंगा पथ पर,
चलने में माहिर बन जाऊंगा
या तो मंजिल मिल जाएगी या
अच्छा मुसाफ़िर बन जाऊंगा
न पूछों कि मेरी मंजिल कहां है
अभी तो सफर का इरादा किया है
ना हारूंगा हौंसला उम्र भर
ये मैने किसी से नहीं स्वयं से वादा किया है
बिना संघर्ष कोई महान नही होता,
बिना कुछ किये जय जय कार नही होता,
जब तक नहीं पड़ती हथोड़े की चोट,
तब तक कोई पत्थर भी लोगों के लिए भगवान नही होता
मुश्किलों से भाग जाना आसान होता है,
हर पहलू ज़िन्दगी का इम्तिहान होता है।
डरने वालों को मिलता नहीं कुछ ज़िदगी में,
लड़ने वालों के कदमों में जहां होता है
Funny Shayari for Student
आसमान में काली घटा छायी है,
आज फिर टीचर से मार खायी है
सब कहते है सुधर जा सुधर जा
पर क्या करें आज मेडम फिर
केटरीना बनके आयी है
पढ़ाई का लेकर नाम
स्टूडेंट करे शैतानी काम
अब इनको कंट्रोल के लिए
टीचर नहीं चाहिए शक्तिमान
स्टूडेंट के दिमाग में किताब
दिल में होवे लड़की
किताब का ज्ञान उड़ रहा
पाकर दिल की खिड़की
आज के स्टूडेंट को
संस्कार देने में फेल टीचर
क्योंकि स्टूडेंट का दिमाग
हो गया है मोबाइल फीचर
आज का प्यारा स्टूडेंट
अपनाये नई नई फैशन
देख देख इनकी फैशन
गुरु पेरेंट्स पा रहे टेंशन
फटी हुई पहनकर पेंट
स्टूडेंट बना जैंटलमैन
कभी कभी तो पता ना चले
स्टूडेंट मैन है या वीमेन
आज के स्टूडेंट का नेचर
बना है मोबाइल मीटर
अब क्या पढ़ाये टीचर
यह तो बन गया फटीचर
स्टूडेंट के स्वभाव से
हिल रही स्कूल की धरती
विद्यार्थी झाड़े है रोब
और टीचर बने प्रार्थी
विद्यार्थी विद्यालय में
रोज कस कर कमर
शांति और इश्कबाजी से
मचा रहे हैं ग़दर
ज्ञान नाप कर देखोगे
कितना पा रहा है स्टूडेंट
तो पाओगे ज्ञान की मात्रा
जितना छिड़का बॉडी पर सेंट
टीचर अभी स्टूडेंट पर
बिलकुल विश्वास ना धरे
क्योंकि आज के स्टूडेंट ने
पढाई से संन्यास धरे
स्टूडेंट आज का
मारे बाइक पर फर्राटे
और टीचर जी सोते सोते
लेते स्कूल में खर्राटे
मास्टरजी जब पढ़ाये
और स्टूडेंट दे स्माइल
तो स्टूडेंट छुपकर के
चला रहा है मोबाइल
आज के स्टूडेंट की जुबान
छोड़ रही नेताऒं को भी पीछे
सो टीचर के लाख कोशिश पर भी
गिर रहा शिक्षा का स्तर नीचे
जीतनी ना होये नॉलेज की चादर
स्टूडेंट उससे ज्यादा फैलाये पैर
अब जो इनकी ज्ञान की बात बताये
बस उसी की है जी खैर
लड़के हो या लड़कियाँ
दोनों नस्लें बनी खुरापाती
सम्मान देने वाले विद्यार्थियों की
अब लुप्त हो रही है प्रजाति
अब स्टूडेंट के ज्ञान की गंगा
मोबाइल में बहे ना की स्कूल
फ्यूचर में जिनकी राह में फूल
पर सोशल मीडिया में हुए धूल
सदाचार में विद्यार्थी आज
पूरी तरह ढक्क्न हो रहा
उनके इस व्यवहार से
पेरेंट्स का फ्यूचर सो रहा
एक ही कक्षा में होकर बार बार फेल
बना दिया जिंदगी को सब्जी का खेल
स्टूडेंट पीये सिगरेट चबाये तम्बाकू
वक्त पड़े तो निकाल भी ले चाकू
लगता है अब अच्छा नागरिक नहीं
बनने जा रहा है जी डाकू
पढ़ लिख कर बनेंगे विद्वान
यह सोच पेरेंट्स है मस्त
लेकिन होके मोबाइल में रत
हुए प्रेम प्यार में मस्त
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