राष्ट्रीय प्रदूषण नियंत्रण दिवस स्टेटस, कोट्स, शायरियाँ और भोपाल गैस काण्ड | National pollution Control Day Status, Quotes and Shayari
सन् 1984 में, 2 से 3 दिसम्बर के बिच मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में 2 तारीख की रात को लाखों लोगो ने अपनी जान गवा दी थी, जिसे आज भी पूरा भारत भोपाल गैस काण्ड के रूप में जानते है. इस भोपाल गैस काण्ड में जितने लोग मारे गए थे उनकी याद में 2 दिसम्बर को राष्ट्रीय प्रदूषण नियंत्रण दिवस मनाया जाता है. इस दिन प्रदूषण नियंत्रण पर पूरा राष्ट्र जागरूकता फेलाई जाती है और भोपाल गैस काण्ड में जान गवाने वाले लोगो को श्रद्धांजलि अर्पित करता है.
इस बढ़ते हुए पर्यावरण प्रदूषण का
हे स्मार्ट मानव, तू ही तो जिम्मेदार है.
सबसे ज्यादा प्रदूषण अमीरों ने फैलाया है,
गरीब तो सड़कों कचरा भी उठा लेते है साहब.
किसी शहर के प्रदूषण का आँकलन
आप वहाँ के सड़कों पर गाड़ियों की
भीड़ और आस-पास के नदियों को
प्रदूषण देखकर आसानी से कर सकते है.
शहरों में अत्यधिक प्रदूषण होने
के बावजूद भी लोग आने के लिए
मजबूर होते है क्योंकि उच्च शिक्षा,
अच्छी स्वास्थ्य व्यवस्था और
रोजगार यही पर मिलता है.
कई बार मैं यह सोचने के लिए
मजबूर हो जाता हूँ कि क्या इस
धरती पर जीवन का अंत
प्रदूषण के कारण होगा।
प्रकृति की सदाओं से पूछों,
रो रही फिजाओं से पूछों,
साँसों में “जहर” कैसे घुलता है
दिल्ली की हवाओं से पूछों।
#Bhopalgaskand
पलास्टिक ने खूब प्रदूषण फैलाया है,
फिर भी बिना डरे हमने प्रयोग में लाया है.
चारों तरफ धुआँ ही धुआँ है,
मेरे शहर को ये क्या हुआ है.
एक दिन प्रदूषण से सारी दुनिया खत्म हो जायेगी
बचेगी तो बस मुंह पर कपड़ा बांधकर चलने वाली लड़कियां
प्रदूषण से हर कोई है परेशान
खतरे में है हर इंसान की जान
सभी लगाते है नारा मेरा भारत महान
पर स्वच्छता में बहुत कम लोगो का है योगदान
हम सब की है ये जिम्मेदारी
प्रदूषण से मुक्त हो दुनिया सारी
प्रदूषण को इसी तरह से जो बढ़ाओगे
आने वाली पीढ़ियों को कैसे मूँह दिखाओगे
प्रदूषण स्वास्थ्य को छीन लेता है
फिर पूरा जीवन दुख देता है
बीमारी रूपी मुसीबत हर किसी के हिस्से में आया है
चाहे थोड़ा या ज्यादा सबने प्रदूषण फैलाया है
इस शहर को यह क्या हुआ है
चारों तरफ धुआं ही धुआं है
ख़ुद के जमीर से पूछो किसी अमीर से पूछो
हवा में कितना जहर है शहर के गरीब से पूछो
इंसान के पास ही इसका निवारण है
प्रदूषण सब बीमारियों का कारण है
दिन प्रतिदिन हर तरह के
प्रदूषण को बढ़ा रहे है
चंद कागज के टुकड़ों के
खातिर कितना दुख उठा रहे है
शहर का शोर चैन से सोने नहीं देती है
दर्द कितना भी हो, रोने भी नहीं देती है
पर्यावरण प्रदूषण को इतना फैलाओगे
तो प्राकृतिक आपदाओं से कैसे बच पाओगे
Pollution ही Pollution है
Solution का कुछ पता नहीं
Solution जो मिला
तो पब्लिक का अता-पता नही
माना प्रदूषण इस धरती पर हमने बढ़ाई है
अब प्रदूषण कम करने की भी कसम खाई है
ऑक्सीजन शहर में बिकने लगा है
जब से वायु प्रदूषण बढ़ने लगा है
क्या तुम्हें पता है ये प्रदूषण कितना बड़ा कीमत लेगा
आने वाली पीढ़ियों को जीने से पहले ही मार देगा
माना शहर में कमाने का रास्ता खुला है
पर यहां की हवाओं में जहर घुला है
नदियों को सूखने से बचाना होगा
पेड़ो को कटने से बचाना होगा
प्रदूषण के दानव की शक्ति बढ़ रही है
इसे हर हाल में सबको मिलकर घटाना होगा
प्रदूषण की चादर ने सबको लपेट रखा है
बीमारियों ने इस तरह सबको समेट रखा है
हम सब मिलकर प्रदूषण को मिटायेंगे
और अपने पर्यावरण को स्वच्छ बनायेंगे
प्रदूषण शायरी
जितने पेड़ कटे उसका दूना लगाना है
पर्यावरण को फिर से स्वस्थ्य बनाना है
प्रदूषण स्टेटस
करना है अब इस प्रदूषण का बहिष्कार
करना है अब अपने आचरण में सुधार
बनाना है इस धरती को पेड़-पौधों का संसार
बस करना है अब इस प्रदूषण का बहिष्कार
National Pollution Control Day
टेक्नोलॉजी का बढ़ रहा है जाल,
देश की तरक्की का अच्छा है हाल,
हर कोई अपने स्वास्थ्य को लेकर है परेशान
अब प्रदूषित पर्यावरण का किसे है ख्याल।
National Pollution Control Day
ग्लोबल वार्मिंग तेजी से बढ़ने लगा है,
प्रदूषण जगह-जगह दिखने लगा है,
और कितना दूषित तुम करना चाहते हो
शहरों में हवा और पानी बिकने लगा है.
राष्ट्रीय प्रदूषण नियंत्रण दिवस
जीवन में कुछ भी घटित
अकारण नहीं होता है,
बहुत-सी बीमारियाँ पर्यावरण
प्रदूषण के कारण होता है.
National Pollution Control Day 2022
समझदार होकर भी हर व्यक्ति अंजान है,
बढ़ता हुआ पर्यावरण प्रदूषण मौत का फर्मान है.
National Pollution Control Day
पटाखा ना फोड़कर उसने
दिवाली को ख़ास कर दिया,
आज मेरे दोस्त ने पर्यावरण को स्वच्छ
बनाने का प्रयास कर दिया।
#NationalPollutionControlDay
वातानुकूलित घरों और गाड़ियों
में रहने वाले लोगों से पर्यावरण
स्वच्छता की क्या उम्मीद की
जा सकती है. किसानों से ही
उम्मीद है पेड़ लगाएं और हर तरफ
स्वच्छता बढ़ाएं।
राष्ट्रीय प्रदूषण नियंत्रण दिवस
प्रदूषण की मार है,
शहर में रहना बेकार है,
गांव में मेरा घर-बार है,
प्रकृति से मुझे प्यार है.
National Pollution Control Day 2022
घुटता था दम तो खोलता था खिड़कियाँ,
अब खोलता हूँ खिड़कियाँ तो दम घुटता है.
National Pollution Control Day 2022
आर्थिक मजबूरी का ग्राफ थोड़ा बढ़ा है,
लेकिन स्वास्थ्य का ग्राफ बड़ा घटा है.
#राष्ट्रीयप्रदूषणनियंत्रणदिवस
सरकार को पर्यावरण प्रदूषण का मलाल है,
पर उन्हें सिर्फ राजनीति और गद्दी का ख्याल है.
राष्ट्रीय प्रदोष नियंत्रण दिवस
अब दिल्ली दिल वालों की नहीं,
कमजोर फेफड़ों वालों की है.
#Bhopalgaskand
मित्रों इस लेख में Pollution Control Day का संग्रह प्रस्तुत किया है. उम्मीद है, आपको ये पोस्ट पसंद आई होगी. अगर आपको ये पोस्ट अच्छी लगी तो कृपया कमेंट बॉक्स में जरूर बताएं. हमारी वेबसाइट से जुड़ने के लिए Notification को Allow करें.